यदि आप साइबर अपराध जैसे घोटाले, फिशिंग, हैकिंग, अवैध चित्र ग्रूमिंग आदि के शिकार हैं, तो भारत में साइबर पुलिस को इसकी सूचना देने के 2 तरीके है है| आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल के माध्यम से सभी अपराध की रिपोर्ट कर सकते हैं या, यदि आप धोखाधड़ी के शिकार हैं, तो आप सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिर्पोटिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम को कॉल कर सकते हैं| यदि आप किसी भी प्रकार के साइबर अपराध का शिकार है या किसी अपराधी की शिकायत करना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in का प्रयोग करें| आप अपने मामले को गुमनाम रख सकते हैं या "रिपोर्ट और ट्रैक" कर सकते हैं| आपको भारतीय मोबाइल नंबर के साथ पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा और शिकायत दर्ज करने के लिए ओटीपी जमा करना होगा | अपराध के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जमा करें | अधिक जानकारी और बेहतर सबूत सफलता के लिए, और बेहतर जानकारी देकर पुलिस का work आसान और संभव बनाना होगा|
Reporting Portal |
आपको कौन -2 से दस्तावेज जमा करने चाहिए
- अपराध के साथ ईमेल और चैट की कॉपी
- अपराधी का मोबाइल नंबर
- घोटाले की वेबसाइट का यूआरएल
- क्रेडिट कार्ड की रसीदें, बैंक स्टेटमेंट, अन्य रसीदे
- चित्र या वीडियो जो अपराधी ने आपको भेजे हैं
- अपराधों का स्क्रीनशॉट तारीखों के साथ अपराध की सारी जानकारी |
Citizen Financial Cyber Froud Portal
भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने पर अब आपके पैसे वापस मिलने की उम्मीद है| यदि आपके ऑनलाइन पैसे चोरी हुए हैं तो तुरंत पर "सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एवं मैनेजमेंट सिस्टम" पर कॉल करें | हेल्पलाइन 1930, बैंक को आपके पैसे ट्रांसफर रोकने के लिए सतर्क करेगी| लेकिन आपको दो-तीन घंटे के भीतर धोखाधड़ी की सूचना देनी होगी जब आप फोन करेंगे तो वह आपका नाम, फोन और धोखाधड़ी की जानकारी लेंगे |
पुलिस के लिए यह प्रमाण भी तैयार रखें
बैंक/ वॉलेट/मर्चेंट का नाम जिसमें से राशि ली गई है|
खाता संख्या/ वॉलेट आईडी/ मर्चेंट आईडी/ यूपीआई आईडी जिसमें से राशि ली गई है|
ट्रांजैक्शन आईडी
डेबिट या क्रेडिट कार्ड नंबर
यदि आप हेल्पलाइन को तुरंत कॉल करते हैं, तो संभावना है कि भारतीय पुलिस आपके बैंक को कॉल करके और ट्रांजैक्शन को रोककर आपके पैसे वापस करवा सकती है|
Nice Blog 👍
ReplyDelete👍
ReplyDeleteNice keep it up
ReplyDeleteGod Job 👍
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